क्या बिक जाएगा Google Chrome, अब कैसे चलाएंगे यूजर इंटरनेट? 

क्या बिक जाएगा Google Chrome, अब कैसे चलाएंगे यूजर इंटरनेट? 

 

Will Google Chrome be Sold: दोस्तो, दुनिया में इंटरनेट को चलाने के लिए सबसे ज्यादा गूगल क्रोम का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अब ये सर्च इंजन बिकने के कगार पर है। अगर गूगल क्रोम बिक जाएगा तो फिर इंटरनेट यूजर गूगल क्रोम का उपयोग कैसे करेंगे?

क्या बिक जाएगा Google Chrome, अब कैसे चलाएंगे यूजर इंटरनेट? 

 आख़िर क्या है Google Chrome के बिकने का असली कारण आईये जानते हैं।

 

 Google Chrome Internet Browser: इंटरनेट ब्राउज़र के इतिहास में गूगल क्रोम सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला सर्च इंजन है। पुरे दुनिया में यूजर इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करने के लिए गूगल क्रोम का ही इस्तेमाल सबसे ज्यादा करते हैं लेकिन ये ब्राउजर अब बिकने के करीब पहुंच चुका है। ऐसे में इंटरनेट यूजर अब इसका इस्तमाल कैसे कर पाएंगे।

अभी तक Google Chrome के बिकने का फैसला नहीं हुआ है, लेकिन अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) ने गूगल को क्रोम ब्राउजर बेचने का प्रस्ताव दिया है। ये कदम गूगल पर सर्च और विज्ञापन बाजार पर अधिक प्रभाव डालने के लिए है।

अगर ये फैसला लागू होता है, तो गूगल अपने ब्राउज़र को एक नए मालिक के हाथ में देना पड़ेगा। लेकिन गूगल फैसले के खिलाफ अपील कर रहा है, और इस पर आगे का फैसला बाद में होगा।

दोस्तो, Google chrome दुनिया का सबसे बड़ा ब्राउजर है। गूगल पर आरोप है कि वो इंटरनेट सर्च के दुनिया में अपना एकाधिकार बनाकर बैठा है। इस एकाधिकार को खत्म करने के लिए युएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (डीओजे) ने गूगल से उसके क्रोम ब्राउजर को बेचने की मांग की है। जिसके लिए डीओजे के तरफ से 23 पेज का डॉक्यूमेंट भी फाइल किया गया है।

DOJ के सरकारी वकील ने डिस्ट्रिक्ट जज अमित मेहता से आग्रह किया है कि वो गूगल को एप्पल और सैमसंग के साथ कॉन्ट्रैक्ट करने से रोके, जिससे क्रोम को कई स्मार्टफोन पर डिफॉल्ट ब्राउजर बनाने से रोका जा सके। इसके साथ ही अदालत में यह भी मांग की गई है कि गूगल अमेरिका सरकार से स्वीकृत किसी भी खरीददार को अपना एंड्रॉइड प्लेटफॉर्म बेच दे। अगर इसके बाद भी गूगल ईसका मालिकाना हक अपने पास रखता है तो सरकार उसपे याचिका दाखिल कर गूगल के इस हरकत को सबके सामने लाये।

उसके साथ ही सरकारी वकील ने ये भी मांग की है कि गूगल को किसी और ब्राउज़र बिजनेस में जाने से रोका जाए। उसपर ब्राउज़र पर काम करने के लिए 5 साल का प्रतिबन्ध लगाया जाए.इससे अन्य कंपनीयों को करोबार करने का पूरा मौका मिलेगा।


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